Kyun Re

अमिताभ बच्चन

जलतरंग सी हंसी तेरी सुनाई दे आज भी खुशबू तेरी रह गई तेरे जाने के बाद भी घर का वो कोना तेरा सूना बिछौना तेरा तेरी गैर मौजूदगी में भी लगे होना तेरा क्यूँ रे क्यूँ रे कर गया तन्हाँ मुझे ऐसे क्यूँ रे क्यूँ रे काँच के लम्हों के रह गए रह गए चूरे तेरी चीज़ें अब भी वैसे ही रखता हूँ बैठा सन्नाटे में उनको तकता हूँ जब लौटेगी तब तक रस्ता देखूँगा इसके अलावा कर भी क्या सकता हूँ उंगली से मुझको फिर से सुलझाने देना अपने गुच्छे घुंघरेले बालों के भूरे क्यूँ रे क्यूँ रे कर गया तन्हाँ मुझे ऐसे क्यूँ रे क्यूँ रे काँच के लम्हों के रह गए रह गए चूरे

Written by: AMITABH BHATTACHARYA, CLINTON CEREJOLyrics © Universal Music Publishing GroupLyrics Licensed & Provided by LyricFind

Create your own version of your favorite music.

Sing now

Kanto is available on:

google-playapp-storehuawei-store

Related songs