Raat Baaki

अमित कुमार

रात बाकी देना साकी रात बाकी देना साकी प्यासा है दिल प्यासी जवानी है दीवानी अब कुछ ही पल में होगी सहेर कुछ भी नहीं है तो पिला दे जहेर रात बाकी ऐ हे देना साकी ऐ हे रात बाकी देना साकी प्यासा है दिल प्यासी जवानी है दीवानी अब कुछ ही पल में होगी सहेर कुछ भी नहीं है तो पिला दे जहेर रात बाकी देना साकी रात बाकी देना साकी हे हे हे नशीली आँखों से छलके है मस्ती रसीले होठ है इनसे पिला तपता बदन और ये ख्रिलती जवानी जलता है मन तू ये आग बुझा कैसी ये शर्म तुझे मेरी कसम कैसी ये शर्म तुझे मेरी कसम हो मदहोश कर दे तू बाहो में आकर मुझे अब कुछ ही पल में होगी सहेर कुछ भी नहीं है तो पिला दे जहेर रात बाकी ऐ हे देना साकी ऐ हे रात बाकी देना साकी गिव इट टू मी बेबी पागलपन जिसे समझे ज़माना प्यार है ये इसे समझे वो क्‍या शमा है तू और गै हूँ परवाना जल के मरजाने में क्या है मज़ा जाने ना कोई मेरी जाने ज़िगर हो जाने ना कोई मेरी जाने ज़िगर हो मदहोश कर दे तू बाहो में आकर मुझे अब कुछ ही पल में होगी सहेर कुछ भी नहीं है तो पिला दे जहेर रात बाकी देना साकी रात बाकी देना साकी प्यासा है दिल प्यासी जवानी है दीवानी अब कुछ ही पल में होगी सहेर कुछ भी नहीं है तो पिला दे जहेर रात बाकी ऐ हे देना साकी ऐ हे रात बाकी देना साकी

Written by: अमित कुमारLyrics © Sony/ATV Music Publishing LLCLyrics Licensed & Provided by LyricFind

Create your own version of your favorite music.

Sing now

Kanto is available on:

google-playapp-storehuawei-store

Related songs