Aa Bhi Jaa
विशाल डडलानी, अभिषेक नैइलवल
चाँद की ये लदी
हाथ जो ये लगी
जेब मे जो भारी खँकेगी यह
हाफ ये लुटेरा
कागी है तेरा
हो गया बथेरा
कूदी मे बिकता है आसमान
ज़रा ये सत्ता तू आजमान
आख सेंक ज़रा दाव फेंक ज़रा
बेंच खींच ज़रा
ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ
चाँदी के चम्मच से
ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ
किशमत चाताए
ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ
आजा तू सोने का
ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ
पानी चढ़ा ले
आ भी जा
कबतक को हज़रत यूँ हज़रत को टोकेगा
आ भी जा
अरे भीतर को किस किस के कसौटी को कॉसेगा
आ भी जा
राहे तेरी दिल के माया की मैं
आ भी जा
हिम्मत है तो मिला ले तू लेना
रात सूखा सा चलता सुलगता
चुभती है आँखो मे राख
आश् सीने मे झोली फैलाए
छाती मे दस्तक दे आज
आज उमीदो के सिर पे घटा सी
जीले क्यू उड़ती है आज
बीच सागर गोते लगाए
फिर भी क्यू प्यासा है आज
धूप है ये हानि
जान की है सनी
पाप की है जानी
जन्नत भी है
सूद सी है चढ़ि
बैठ के है खड़ी
तेज़्ज़ लत्ट बड़ी
कूदी मे बिकता है आसमान
ज़रा ये सत्ता तू आजमान
आख सेंक ज़रा दाव फेंक ज़रा
बेंच खींच ज़रा
ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ
चाँदी के चम्मच से
ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ
किस्मत चाताए
ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ
आजा तू सोने का
ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ
पानी चढ़ा ले
आ भी जा
कबतक को हज़रत यूँ हज़रत को टोकेगा
आ भी जा
अरे भीतर को किस किस के कसौटी को कॉसेगा
आ भी जा
राहे तेरी दिल के माया की मैं
आ भी जा
हिम्मत है तो मिला ले तू लेना
आ भी जा
कबतक को हज़रत यूँ हज़रत को टोकेगा
आ भी जा
अरे भीतर को किस किस के कसौटी को कॉसेगा
आ भी जा
राहे तेरी दिल के माया की मैं
आ भी जा
हिम्मत है तो मिला ले तू लेना
Written by: Lyrics © RALEIGH MUSIC PUBLISHINGLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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