Guzarish

अभय जोध्पुरकर

है यह गुज़ारिश खुद मे तू मुझको थोड़ी सी दे जगह जैसे कहोगे वैसे रहूँगा उफ ना करूँगा साथिया तू जो हसे तो लबों पे रहूं तू जो रोए तो आखों से बाहूं तुझ में ही थम जाऊं मैं तुझ में ही चलूं तेरे संग मैं तुझ मे रहूं तुझ में ही थम जाऊं मैं तुझ में ही चलूं तेरे संग मैं तुझ मे रहूं मिला जो सुकून सोहबत में तेरी अब तक कहीं वो मिला ही नही मुझे थी शिकायत हर बीतें लम्हे से पर अब तो कोई गीला ही नही दे दे तू दिल में मुझको अपने थोड़ी सी तो जगह जैसे कहोगे वैसे रहूँगा उफ ना करूँगा साथिया तू जो हसें तो लबों पे रहूं तू जो रोए तो आखों से बहूं तुझ में ही थम जाऊं मैं तुझ में ही चलूं तेरे संग मैं तुझ मे रहूं तुझ में ही थम जाऊं मैं तुझ में ही चलूं तेरे संग मैं तुझ मे रहूं

Written by: Lyrics Licensed & Provided by LyricFind

Create your own version of your favorite music.

Sing now

Kanto is available on:

google-playapp-storehuawei-store

Related songs