Khel To Abb Shuru Hoga
आरव, नज़ीम के, अली, शहीद मल्ल्या, पोमिता दत्ता
तुरुप काट की तब होगी
दुश्मन तू जो भी सोचेगा
तुरुप काट की तब होगी
दुश्मन तू जो भी सोचेगा
हम मारेंगे टंगड़ी
जब वक़्त बुरा तेरा होगा ता रा रा रा
तू जितना भी पापी है
जो होगा देखा जाएगा
उसका दाव लगेगा
जिसकी लाठी में दम होगा
धोखा है धोखा
जो तूने है सोचा
सत्ते पे है सत्ता
बाज़ी पे किसका लक होगा
खेल तो अब शुरू होगा
हाँ खेल तो हो अब शुरू होगा
जितनी है ऊँची
उड़ान भर प्यारे
ना कर तू मेरे दिमाग की दही
दिल की चलाई
तो लाखों फसें हैं
इश्क़ ने खेले है खेल कई
जितनी है ऊँची
उड़ान भर प्यारे
ना कर तू मेरे दिमाग की दही
दिल की चलाई
तो लाखों फसें हैं
इश्क़ ने खेले है खेल कई
गन्दा है गन्दा
यह जुए का धंदा
जीतेगा वह ही
बाज़ी में जिसके दम होगा चल हट
खेल तो अब शुरू होगा
हाँ खेल तो हो अब शुरू होगा
दो दुनि पाँच का
तू काम कर साले
वक़्त हमारा है
सब की लगी
लुट गयी लैला
तो दिख गए तारे
खुल गए पासे
तो सबकी हटी
दोदोदो दो दुनि पाँच का
तू काम कर साले
वक़्त हमारा है
सब की लगी
लुट गयी लैला
तो दिख गए तारे
खुल गए पासे
तो सबकी हटी
पैसे के पीछे
है हर कोई बंदा
पायेगा वह ही
जिसकी क़िस्मत का यह होगा
खेल तो अब शुरू होगा
हाँ खेल तो हो अब शुरू होगा
Written by: Lyrics Licensed & Provided by LyricFind
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