लेकर सभी यादें मेरी
फिर से आया वो सामने
इस बार भी गम ही दिया
क्यूँ इश्क़ के अंजाम में
लेके गम यहाँ लौटे हैं सपने सभी
जुदा तुझसे हो गये
हुए खुद से भी अजनबी
तन्हा हूँ आँख मेरी आसुओं से नम है
तेरे गम की बारीशों में आज भीगे हम हैं
औ औ औ औ औ औ औ औ औ
औ औ औ औ औ औ औ औ औ
छोड़ के मुझको दूर गया
क्यूँ दे दी यह तनहाईयाँ
और कोई ना दिल विच मेरे
तू वसदा इक माहिया
छोड़ के मुझको दूर गया
क्यूँ दे दी यह तनहाईयाँ
और कोई ना दिल विच मेरे
तू वसदा इक माहिया
यह आसमान के तारों सा
क्यूँ मुझसे दूर तू है
दिल में छुपी हर बात से
क्यूँ बेख़बर तू है
इश्क़ का जो रास्ता है
इस से ना अब वास्ता है
जल्दी आओ दिल की सूनी राह पर
मेरा दिल भी यहाँ
सूना शहर है कोई
अकेला ही रह गया इसमें रहा ना कोई
तन्हा हूँ
आँख मेरी आसुओं से नम है
तेरे गम की
बारीशों में आज भीगे हम हैं
तन्हा हूँ
आँख मेरी आसुओं से नम है
तेरे गम की
बारीशों में आज भीगे हम हैं
Written by: Pankaj DixitLyrics © Phonographic Digital Limited (PDL), Songtrust AveLyrics Licensed & Provided by LyricFind
Create your own version of your favorite music.
Sing now