Lagi Aaj Sawan Ki

Raahi, Anupama, Suresh Wadkar

लगी आज सावन की फिर वो झड़ी हैं लगी आज सावन की फिर वो झड़ी हैं वही आग सीने में फिर जल पड़ी हैं लगी आज सावन की फिर वो झड़ी हैं कुछ ऐसे ही दिन थे वो जब हम मिले थे चमन में नहीं फूल दिल में खिले थे वही तोह हैं मौसम मगर रुत नहीं वो मेरे साथ बरसात भी रोह पड़ी हैं लगी आज सावन की फिर वो झड़ी हैं लगी आज सावन की फिर वो झड़ी हैं

Written by: ANANDSHI BAKSHI, Shiv-HariLyrics © Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind

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