हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म
हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म
रा रा रा रा रा ना ना
ना रा रा रा रा रा रा
कुछ तो लोग कहेंगे
लोगों का काम है कहना
छोडो बेकार की बातों में कहीं बीत ना जाए रैना
कुछ तो लोग कहेंगे
लोगों का काम है कहना
कुछ रीत जगत की ऐसी है
हर एक सुबह की शाम हुई
कुछ रीत जगत की ऐसी है
हर एक सुबह की शाम हुई
तू कौन है, तेरा नाम है क्या
सीता भी यहाँ बदनाम हुई
फिर क्यों संसार की बातों से
भीग गए तेरे नैना
कुछ तो लोग कहेंगे
लोगों का काम है कहना
हमको जो ताने देते हैं
हम खोये हैं इन रंगरलियों में
हमको जो ताने देते हैं
हम खोये हैं इन रंगरलियों में
हमने उनको भी छुप छुप के
आते देखा इन गलियों में
ये सच है झूठी बात नहीं
तुम बोलो ये सच है ना
कुछ तो लोग कहेंगे
लोगों का काम है कहना
छोडो बेकार की बातों में कहीं बीत ना जाए रैना
हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म
हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म
रा रा रा रा रा रा ना
रा रा रा रा रा रा रा
लोगों का काम है कहना
Written by: ANAND BAKSHI, R D BURMANLyrics © Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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