Janam Janam
Sketch, Arijit Singh, SPECRO, Pritam, Antara Mitra
जनम जनम जनम साथ चलना यूँही
क़सम तुम्हें क़सम आके मिलना यहीं
एक जाँ है भले दो बदन हो जुदा
मेरी होके हमेशा ही रहना
कभी ना कहना अलविदा
मेरी सुबहा हो तुम्हीं और तुम्हीं शाम हो
तुम दर्द हो तुम ही आराम हो
तेरी दुआओं से आती है बस ये सदा
मेरी होके हमेशा ही रहना
कभी ना कहना अलविदा हा हा हा
हो हो हो हो
मेरी होके हमेशा ही रहना
कभी ना कहना अलविदा
तेरी बाहों में है मेरे दोनों जहाँ
तू रहे जिधर मेरी जन्नत वहीं
जल रही अगन है जो ये दो तरफ़ा
ना बुझे कभी मेरी मन्नत यूँही
तू मेरी आरज़ू मैं तेरी आशिक़ी
तू मेरी शायरी मैं तेरी मौशिकी
तलव तलव तलव बस तेरी है मुझे
नशों में तू नशा बन के घुमा यहीं
मेरी मोहब्बत का करना तू हक़ ये अदा
मेरी होके हमेशा ही रहना
कभी ना कहना अलविदा अलविदा
Written by: AMITABH BHATTACHARYA, PRITAM CHAKRABORTYLyrics © Sony/ATV Music Publishing LLCLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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