Bhaee Bhor

Sonu Nigam, Shreya Ghoshal

भई भोर जागो भई भोर जैसे छाये अरुणाई भूले रतिया का घन घोर भूले रतिया का घन घोर भई भोर जागो भई भोर सूर्य भवन्ति भूतानि सूर्ये नपाली तानीतू सूर्ये नयम प्राप्तवन्ति सूर्या सोः महवच नमः सूर्याय शान्ताय सर्वा रोग विनासाह्य ऐश्वर्ये मेशरए देहि देव जगतवाते असतोमा सद्गमय सपन चदरिया मनन की हटा कर्म गठरिया बाँध उठा सपन चदरिया मनन की हटा कर्म गठरिया बाँध उठा नयी डिस का करले तू ठाव जागे दस दिशा की बोली जीवन नैया की डोली बढ़ जाए पथ पे ले लिया भई भोर जागो भई भोर भई भोर पलना पल्लव हलराये सरिता करीमल हरजाये घण्टी घन अन्हड़ जैसे गाये उडाता जाए पाखी नयी छोर भई भोर भई भोर भई भोर जागो रे बटोहिया जगत है पिहाना ठाम ड़ोर जागो भई भोर

Written by: DEBAJYOTI MISHRA, DEBOJYOTI MISHRA, VARUN GAUTAMLyrics © Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind

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