हो नक़ी आई है मुझे बता
अर्ज़ियों में दिल के
खाने में होते है क्या
खामखा फिर लाइनो
में क्यों खड़े
वैसे भी कहा
दिल इजाज़त माँगते
लाए उसूल यह भूगोल
मैं भी सुकून रे भूगोल
मास्टर रे जूनून रे भूगोल
माथे लगा खून रे भूगोल
आए आ आ आ आ आ आ
आए आ आ आ आ आ आ
बिना बात के
भागे तोह नहीं
धागे दरों से
टूटे जड़ो से
मुझे पूरा होने दे आज ही
यादों भरी आज़ाद हसि
मुझे आके घोल
न जाये मेरा
लाए उसूल यह भूगोल
मैं भी सुकून रे भूगोल
मास्टर रे जूनून रे भूगोल
माथे लगा खून रे भूगोल
लाए उसूल यह भूगोल
मैं भी सुकून रे भूगोल
मास्टर रे जूनून रे भूगोल
माथे लगा खून रे भूगोल
Written by: ARIJIT DUTTA, RAVINDER RANDHAWALyrics © Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind
Create your own version of your favorite music.
Sing now