Kaash Tum Hote
Alka Yagnik, शान
आ आ आ आ आ आ आ आ आ
आ आ आ आ आ आ आ आ आ
आने की ख़ुशी से ज्यादा खोने के डर से
देखते रहे हम खुदको तुम्हारी नज़र से
काश तुम होते काश तुम होते
काश तुम होते काश तुम होते
आने की ख़ुशी से ज्यादा खोने के डर से
देखते रहे हम खुदको तुम्हारी नज़र से
काश तुम होते काश तुम होते
काश तुम होते काश तुम होते
लिपटी हुई है तनसे खुशबु तुम्हारी
पाके रहेंगे तुमको जिद है हमारी
हा लिपटी हुई है तनसे खुशबु तुम्हारी
पाके रहेंगे तुमको जिद है हमारी
अक्सर मोहब्बत में होता यही है
मिलना बिछड़ना तो बस में नहीं है
इसी जुस्तजू में हम भी निकले है घर से
इसी जुस्तजू में हम भी निकले है घर से
काश तुम होते काश तुम होते
काश तुम होते काश तुम होते
जिसने लिखा है ये इश्क का मुकद्दर
सोचेगा वो भी आया कैसा ये मंजर
जिसने लिखा है ये इश्क का मुकद्दर
सोचेगा वो भी आया कैसा ये मंजर
ओ तेरा इंतजार आंखे करती रहेंगी
जिस्म मिल ना पाये रुहे मिलके रहेंगी
ओ तेरा मेरा रिश्ता जुड़ा रब के दर से
तेरा मेरा रिश्ता जुड़ा रब के दर से
काश तुम होते काश तुम होते
काश तुम होते काश तुम होते
ह्म ह्म काश तुम होते
काश तुम होते
ह्म ह्म काश तुम होते
काश तुम होते
Written by: RAM SHANKAR, SUDHAKAR SHARMALyrics © Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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