Saari Raat Ni Sona
Raftaar, Afsana Khan, Salim Sulaiman
नी आज सारी रात नी सोना
नी आज सारी रात नी सोना
वे आज तेरी बात हुई
ऊ जेहदियां मड़िया, मेरे साथ हुई
लगदा दुनिया बरबाद हुई
ऊ जेहदियां मड़िया, मेरे साथ हुई
लगदा दुनिया बरबाद हुई
रफ़्तार, हाँ!
किस तेरी बात चली क्या पता?
इससे भी बात चली लापाटा
इस्से ना उसे अब बात है
तुझसे, और तुझसे भी पुचा तोह
तुझको भी ना पता, क्या पता?
कब से छुपे तूने राज तेरे
आस, पास में, कौन ज्यादा खास तेरे?
एक आवाज पर आने वाले कितने हैं
कितने जो तेरे लिए सांस लेरे?
मतलाब की दुनिया में गम में भी गुमनामी
क्या ये भी ठीक है? (ठीक है?)
लेख है, जोखा है, किस्मत का, ये किस्मत से भी भीख है
ठीक है, ठीक है ये भी तो खोज है
दिल थोड़ा कमजोर है, बुद्धि सातिक है
दिल के करीब, नसीब से आती है खुशी
या खुशियां अमीरो की तबी तो सबसे गरीब माई (हा!)
सबसे नारज माई (वू!)
वजह है दर्द की दूर
देखने का दर्द है पास में
कभी ना कहा के तेरा ही सारा कसूर
मुझे न आना तू यादो
माई रहूं आजाद तो रहूं आबादी
मैं पर तेरे साथ में (Skrrr)
बारबाड माई!
जेहदियां मड़िया, मेरे साथ हुई
लगदा दुनिया बरबाद हुई
दिल तोड़ मेरा देके मेरे हाथ चली (रा!)
इतना काफ़ी ना था जीता भी तू साथ चली (हाँ)
तेरी यादों में दीवाने की है रात चली (वू)
कितने किस तेरे? किस तेरी बात चली
नी आज सारी रात नी सोना
नी आज सारी रात नी सोना
वे आज तेरी बात हुई
नी मैथों साहियाँ जानिया ना जुड़ाइयाँ
हाय रब्ब तेरा करदा खुदाइयां
नी अखां बरसात हुयी
Written by: Lyrics Licensed & Provided by LyricFind
Create your own version of your favorite music.
Sing now