Pyar Hai Toh Raho

प्रभजी कौर

दरारें ये रिश्ते की कैसे भरें फ़ासले जो बन चुके वो कैसे मिटें दरारें ये रिश्ते की कैसे भरें फ़ासले जो बन चुके वो कैसे मिटें अलग हो जाने का तुमने सोच लिया है जो रोकेंगे ना तुम को, प्यार है तो रहो मजबूरी ना समझो, प्यार है तो रहो रोकेंगे ना तुम को, प्यार है तो रहो मजबूरी ना समझो, प्यार है तो रहो भरोसा जो टूट जाए तो जोड़ना मुश्किल है तुम्हें जोड़ने का भी तो ना दिल है सब ठीक हो जाने की उम्मीदें कहाँ मेरी तरफ़ ना देखा तुमने दोबारा झूठी मुस्कुराहटें तुम भी क्यूँ सहो रोकेंगे ना तुम को, प्यार है तो रहो मजबूरी ना समझो, प्यार है तो रहो रोकेंगे ना तुम को, प्यार है तो रहो मजबूरी ना समझो, प्यार है तो रहो प्यार है तो रहो छोड़ जाने की बात भी सोचा नहीं तुम कह भी पाओगे जान के भी अपनी ग़लतियाँ कब तक यूँ मुँह मोड़ के तुम रहोगे? काश हम बदल पाते दर्द भरे मंज़र को तुम्हारी है ज़िद सब, टूटे-बेबस हैं हम तो रोकेंगे ना तुम को, प्यार है तो रहो मजबूरी ना समझो, प्यार है तो रहो रोकेंगे ना तुम को, प्यार है तो रहो मजबूरी ना समझो, प्यार है तो रहो प्यार है तो रहो प्यार है तो रहो प्यार है तो रहो प्यार है तो रहो, ओ रहो, रहो, प्यार है तो रहो

Written by: Lyrics Licensed & Provided by LyricFind

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