Agar Aasman Tak Mera
Alka Yagnik, Mukul Agarwal
ह्म अगर आसमाँ तक मेरा हाथ जाता
अगर आसमाँ तक मेरा हाथ जाता
अगर आसमाँ तक मेरा हाथ जाता ओ
तो माथे पे चँदा की बिंदिया लगाता
तेरी माँग तारो से मैं सजाता
हो अगर आसमान तक मेरा हाथ जाता
तो में चाँदनी से भी सेहरा बनाती
मोहब्बत की धड़कन से उसको सजाती ओ
मैं खुद अपने हाथों से तुझको पहनाती
अगर आसमाँ तक मेरा हाथ जाता
अगर आसमाँ तक मेरा हाथ जाता
आ आ आ आ ओ ओ ओ ओ ओ आ आ आ
मेरे पास दिल के सिवा कुछ नही है
जमाने में दिल से बड़ा कुछ नही है
तो फिर आ तुझे अपने दिल में बसा लूँ
तुझे अपने हाथो की रेखा बना लूँ
तुझे अपने हाथो की रेखा बना लूँ
अगर ये समंदर मेरे बस में होता
अगर ये समंदर मेरे बस में होता ओ
मोहब्बत का मोती मैं इसमें से लाती
सुन मेरे साजन सुन मेरे साथी
अगर आसमाँ तक मेरा हाथ जाता
अगर आसमाँ तक मेरा हाथ जाता
अगर तुझसे बिछड़ूँ तो मर जाऊं जानम
कसम तुझको मेरी ना बोल ऐसा हमदम
क्या है तमन्ना तेरी मेरे साजन
रहूं तेरे दिल में तेरी बन के धड़कन
रहूं तेरे दिल में तेरी बन के धड़कन
अगर यह जहाँ मेरी मुट्ठी में आता
अगर यह जहाँ मेरी मुट्ठी में आता ओ
तो तुझ पर से क़ुरबान करके लूटाता
तेरी माँग तारो से मैं सजाता
अगर आसमाँ तक मेरा हाथ जाता
अगर आसमाँ तक मेरा हाथ जाता
अगर आसमाँ तक मेरा हाथ जाता
अगर आसमाँ तक मेरा हाथ जाता
Written by: Lyrics Licensed & Provided by LyricFind
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