Kuchh Khaas
Mohit Chauhan, नेहा भसीन, डी जे ए -मित
कुछ ख़ास है कुछ पास है, कुछ अजनबी एहसास है
कुछ दूरियाँ नजदीकियां, कुछ हंस पड़ी तन्हाईयाँ
क्या ये खुमार है, क्या ऐतबार है
शायद ये प्यार है, प्यार है शायद
क्या ये बहार, क्या इन्तजार है
शायद ये प्यार है, प्यार है शायद
कुछ ख़ास है कुछ पास है, कुछ अजनबी एहसास है
कुछ दूरियाँ नजदीकियां, कुछ हंस पड़ी तन्हाईयाँ
क्या ये खुमार है, क्या ऐतबार है
शायद ये प्यार है, प्यार है शायद
क्या ये बहार, क्या इन्तजार है
शायद ये प्यार है, प्यार है शायद
कुछ साज़ है जागे से जो थे सोये
अल्फाज़ है चुप से नशे में खोये
नज़र ही समझे ये गुफ्तगू सारी
कोई आरजू ने हा अंगडाई ली प्यारी
क्या ये खुमार है, क्या ऐतबार है
शायद यह प्यार है, प्यार है शायद
न इनकार है, न इकरार है
शायद ये प्यार है, प्यार है शायद
कहना ही क्या मेरा दखल न कोई
दिल को दिखा दिल की शकल का कोई
दिल से थी मेरी इक शर्त ये ऐसी
लगे जीत सी मुझको ये हार है कैसी
क्यों ये पुकार है, क्यों बेकरार है
शायद ये प्यार है, प्यार है शायद
जादू सवार है, न इख्तियार है
शायद ये प्यार है, प्यार है शायद
Written by: Lyrics Licensed & Provided by LyricFind
Create your own version of your favorite music.
Sing now