Jo Karte Hain Ishq Mohabbat
Mohammed Aziz
जो करते है इश्क़ मोहब्बत
रब उनका इंसाफ करेगा
लेकिन जो है दिल के दुश्मन
वक़्त ना उनको माफ़ करेगा
लाख कर ले सितम ए ज़माने
लाख कर ले सितम ए ज़माने
साथ हम ना कभी छोड़ेंगे
साथ हम ना कभी छोड़ेंगे
इश्क़ रहा है इश्क़ रहेगा
इश्क़ से नाता ना तोड़ेंगे
लाख कर ले सितम ए ज़माने
लाख कर ले सितम ए ज़माने
इश्क़ से बढ़के कोई ना दूजा
ओ ओ ओ ओ
इश्क़ से बढ़के कोई ना दूजा
कह गए लोग सयाने
फिर भी इसकी ताकत को
दुनिया वाले ना पहचाने
टकराएँगे बैरी जग से
दिल से दिल को जोडेंगे
लाख कर ले सितम ए ज़माने
लाख कर ले सितम ए ज़माने
आ आ आ आ आ आ आ
आ आ आ आ आ आ आ
आ आ आ आ आ आ आ
आ आ आ आ आ आ आ
हम वो आशिक़ नहीं है के जो
दीवारो में चुन जाते है
हम वो आशिक़ नहीं है के जो
दीवारो में चुन जाते है
या ख़ामोशी से दरिया की
लहरों में बह जाते है
हम तो बंधन ये पहरे ये रस्में
इन जंजीरों को तोड़ेंगे
लाख कर ले सितम ए ज़माने
लाख कर ले सितम ए ज़माने
साथ हम ना कभी छोड़ेंगे
इश्क़ रहा है इश्क़ रहेगा
इश्क़ से नाता ना तोड़ेंगे
इश्क़ रहा है इश्क़ रहेगा
इश्क़ रहा है इश्क़ रहेगा
इश्क़ से नाता ना तोड़ेंगे
इश्क़ से नाता ना तोड़ेंगे
इश्क़ से नाता ना तोड़ेंगे
Written by: LAXMIKANT SHANTARAM KUDALKAR, PYARELAL RAMPRASAD SHARMA, RANI MALLIKLyrics © Royalty Network, Sentric MusicLyrics Licensed & Provided by LyricFind
Create your own version of your favorite music.
Sing now