Jab Kabhi
केके, महालक्ष्मी अय्यर
जब कभी चाँद ना हो
अंधेरी रात हो
डरना कम होगा मुझको
अगर तू साथ हो
जब कभी बादल छाए
या घनी बरसात हो
होगी खुशी हर एक बूँद में
अगर तू साथ हो
इस जहाँ में कोई मेरा
हो भी या ना हो
हर एक लम्हा पर छाएगा
रोशनी से बस अंग में साथ दो
जब कभी (जब कभी)
पास आये (पास आये)
या बुरी (या बुरी)
सौगात हो (सौगात हो)
मुस्कुरा लोंगा मैं तो पल भी
अगर तुम साथ हो (अगर तुम साथ हो)
तुम यहा हो तो सारी
दुनियाँ हैं इधर
सारे अरमान ख्वाब सारे
बनगए है अब तुम्हारी एक नज़र
जब कभी (जब कभी)
दिल घबराए (दिल घबराए)
सामने (सामने)
बात हो
जीत के में दिखलाओंगा
अगर तुम साथ हो (अगर तुम साथ हो)
जब कभी (जब कभी)
हस्ते आए (हस्ते आए)
खुशियों की (खुशियों की)
बारात हो
ज़िंदगी होगी जन्नत (ज़िंदगी होगी जन्नत)
अगर तुम साथ हो (अगर तुम साथ हो)
Written by: SHEKHAR RAVJIANI, VISHAL DADLANILyrics © Sony/ATV Music Publishing LLCLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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