Pag Ghunghroo Baandh

Kishore Kumar, Anurag Abhishek

के पग घुंघरू बाँध मीरा नाची थी के पग घुंघरू बाँध मीरा नाची थी और हम नाचे बिन घुंघरू के के पग घुंघरू बाँध मीरा नाची थी वो तीर भला किस काम का है जो तीर निशाने से चूके-चूके-चूके रे के पग घुंघरू पग घुंघरू बाँध मीरा नाची थी पग घुंघरू बाँध मीरा नाची थी नाची थी नाची थी नाची थी हाँ के पग घुंघरू बाँध मीरा नाची थी आप अन्दर से कुछ और बाहर से कुछ और नज़र आते हैं बाखुदा शक्ल से तो चोर नज़र आते हैं उम्र गुज़री है सारी चोरी में सारे सुख-चैन बंद जुर्म की तिजोरी में ये आदत तो वो आग है जो इक दिन अपना घर फूंके-फूंके-फूंके रे के पग घुंघरू पग घुंघरू बाँध मीरा नाची थी और हम नाचे बिन घुंघरू के पग घुंघरू बाँध मीरा नाची थी वो तीर भला किस काम का है जो तीर निशाने से चूके-चूके-चूके रे के पग घुंघरू पग घुंघरू बाँध मीरा नाची थी पग घुंघरू बाँध मीरा नाची थी नाची थी नाची थी नाची थी हाँ पग घुंघरू बाँध मीरा नाची थी

Written by: ANJAAN, BAPPI LAHIRI, PRAKASH MEHRALyrics © Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind

Create your own version of your favorite music.

Sing now

Kanto is available on:

google-playapp-storehuawei-store

Related songs