Patnewaali
Kailash Kher, Rekha Bhardwaj
दिल लाई है धड़ी
दो धड़ी का
सारा खेल है घड़ी
दो घड़ी का
घूर घूर क्यों
देखे चौधरी
घूँघट उतार
देगी चौधरी
पाटनेवाली हूँ
पाटनेवाली हूँ
पाटनेवाली हूँ
अजी हन पाटनेवाली हूँ
पाटनेवाली हूँ
पाटनेवाली हूँ
पाटनेवाली हूँ
अजी हन पाटनेवाली हूँ
पाटनेवाली हूँ
अजी हन पाटनेवाली हूँ
डरपोकोन या ठोको
सर सतने वाली हूँ
पाटनेवाली हूँ
अजी हन पाटनेवाली हूँ
पाटनेवाली हूँ
अजी हन पाटनेवाली हूँ
ना ना ना
है कोई नही हथियार के
मुझसे सब डरते हैं
उई तौबा
तीखी आँखों की धार
डोर से ही मरते हैं
ओये ओये तौबा
है कोई नही हथियार
के मुझसे सब डरते हैं
तीखी आँखों की धार
डोर से ही मरते हैं
क्या कर दिया कहला दिया
मेरे ठुमको ने
सारा का सारा इलाक़ा
मौका दिया बहला दिया
मेरी अदाओं ने
सबको अंगना हो या आका
डरपोकोन या ठोको
से लटकने वाली हूँ
पाटनेवाली हूँ
अजी हन पाटनेवाली हूँ
पाटनेवाली हूँ
अजी हन पाटनेवाली हूँ
पाटनेवाली हूँ
अजी हन पाटनेवाली हूँ
हो पिस्टल कंट्री मेड
तभी असली फिरे है
च्छूप के जो कारया करे
डरपोक नही कायर है
हो पिस्टल देसी मेक
तभी असली फिरे है
च्छूप के जो कारया करे
डरपोक नही कायर है
मरने लगे डरने लगे
बदमाश ही मेरे
हुस्न की सब चौकीदारी
गिरने लगे गिरने लगे
बाज़ार के सारे
भाव मेरे कारोबारी
खुद लुच्छों
लफंगों से लिपटने वाली हूँ
पाटनेवाली हूँ
अजी हन पाटनेवाली हूँ
पाटनेवाली हूँ
अजी हन पाटनेवाली हूँ
पाटनेवाली हूँ
अजी हन पाटनेवाली हूँ
Written by: Lyrics © RALEIGH MUSIC PUBLISHINGLyrics Licensed & Provided by LyricFind
Create your own version of your favorite music.
Sing now