Rim Jhim

Jubin Nautiyal, अमी मिश्रा

रिम झिम ये सावन फिर बरसात ले आया है मौसम मोहब्बतों का खुद चल के आया है सारे शहर में सिरफ हमको भीगाया है रिम झिम ये सावन फिर बरसात ले आया है ओ ओ हाँ हाँ हाँ ओ ओ हाँ हाँ हाँ पहली मोहब्बत है और पहली ये बारिश है भर लो बहों में आसमान की नवाजिश है कितना खुश है देखो ना ये आसमान है खुशनसीबी मेरी सारे जमाने में जो हमसफ़र तूने मुझे बनाया है रिम झिम ये सावन फिर बरसात ले आया है रहीन अब सारी जाके तुझसे मिल जाति हैं हँसते हँसते आँखो से बूंदे गिर जाति है तू जो आया बादली मौसम की हवा जितना बेचानी में था पहले ये सफर मेरा उतना सुकून मैंने तुझमे अब पाया है रिम झिम ये सावन फिर बरसात ले आया है रिम झिम ये सावन फिर बरसात ले आया है मौसम मोहब्बतों का खुद चल के आया है सारे शहर में सिर्फ़ हमको भगाया है रिम झिम ये सावन फिर बरसात ले आया है ओ ओ हाँ हाँ हाँ हाँ हाँ हाँ हाँ ओ ओ ओ ओ

Written by: Lyrics Licensed & Provided by LyricFind

Create your own version of your favorite music.

Sing now

Kanto is available on:

google-playapp-storehuawei-store

Related songs