Ek Ajnabee Haseena

Deep Joshi

एक अजनबी, हसीना से, यूँ मुलाकात, हो गई फिर क्या हुआ, ये ना पूछो, कुछ ऐसी बात, हो गई एक अजनबी, हसीना से, यूँ मुलाकात, हो गई वो अचानक आ गई, यूँ नज़र के सामने जैसे निकल आया घटा से चाँद चेहरे पे ज़ुल्फ़ें, बिखरी हुई थीं दिन में रात हो गई एक अजनबी हसीना से, यूँ मुलाकात, हो गई फिर क्या हुआ, ये ना पूछो, कुछ ऐसी बात, हो गई याद है मुझको, तूने कहा था तुमसे नहीं रूठेंगे कभी दिल की तरह से हाथ मिले हैं कैसे भला छूटेंगे कभी तेरी बाहों में बीती हर शाम बेवफा ये भी क्या याद नहीं क्या हुआ तेरा वादा वो कसम वो इरादा ओ कहने वाले मुझको फरेबी कौन फरेबी है ये बता ओ जिसने गम लिया प्यार की खातिर या जिस ने प्यार को बेच दिया नशा दौलत का ऐसा भी क्या के तुझे कुछ भी याद नहीं क्या हुआ तेरा वादा वो कसम वो इरादा भूलेगा दिल जिस दिन तुम्हें वो दिन ज़िन्दगी का आखिरी दिन होगा क्या हुआ तेरा वादा वो कसम वो इरादा

Written by: Lyrics Licensed & Provided by LyricFind

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