वोही हमेशा का आलम है
क्या किया जाए
वोही हमेशा का आलम है
क्या किया जाए
जहाँ से देखे कुछ कम हैं
क्या किया जाए
वोही हमेशा का आलम है
क्या किया जाए
भटक रहा हूँ लिए टिशनगी
समंदर की
भटक रहा हूँ लिए टिशनगी
समंदर की
मगर नसीब में सबनम हैं
क्या किया जाए
मगर नसीब में सबनम हैं
क्या किया जाए
जहाँ से देखे कुछ कम हैं
क्या किया जाए
वोही हमेशा का आलम है
क्या किया जाए
घुजरते वक़्त ने धुंधला दिए
सभी चेहरे
घुजरते वक़्त ने धुंधला दिए
सभी चेहरे
खुशी खुशी हैं घाम घाम हैं
क्या किया जाए
खुशी खुशी हैं घाम घाम हैं
क्या किया जाए
जहाँ से देखे कुछ कम हैं
क्या किया जाए
वोही हमेशा का आलम है
क्या किया जाए
मिली हैं ज़ख़्मो की सौगात
जिसकी महफ़िल से
मिली हैं ज़ख़्मो की सौगात
जिसकी महफ़िल से
उससी के हाथ में मरहम हैं
क्या किया जाए
उससी के हाथ में मरहम हैं
क्या किया जाए
जहाँ से देखे कुछ कम हैं
क्या किया जाए
वोही हमेशा का आलम है
क्या किया जाए
वो इक सॅक्स जो कल तक था
दूसरो से खफा
वो इक सॅक्स जो कल तक था
दूसरो से खफा
अब अपने आप से बॅल्हम हैं
क्या किया जाए
अब अपने आप से बॅल्हम हैं
क्या किया जाए
जहाँ से देखे कुछ कम हैं
क्या किया जाए
वोही हमेशा का आलम है
क्या किया जाए
वोही हमेशा का आलम है
क्या किया जाए
Written by: CHANDAN DASS, NIDA FAZLILyrics © Universal Music Publishing GroupLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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