मुझको भूले हुए याद आने लगे
मुझको भूले हुए याद आने लगे
नींद आँखों से मौसम चुराने लगे
मुझको भूले हुए याद आने लगे
नींद आँखों से मौसम चुराने लगे
मुझको भूले हुए याद आने लगे
मेरी गज़लो में वो मेरे गीतो में वो
मेरी गज़लो में वो मेरे गीतो में वो
उनसे मिलने में लेकिन ज़माने लगे
मुझको भूले हुए याद आने लगे
मुझको भूले हुए याद आने लगे
नींद आँखों से मौसम चुराने लगे
मुझको भूले हुए याद आने लगे
एक से दो हुए तो हुए इस तरह
एक से दो हुए तो हुए इस तरह
खुद को खोने लगे उनको पाने लगे
मुझको भूले हुए याद आने लगे
मुझको भूले हुए याद आने लगे
नींद आँखों से मौसम चुराने लगे
मुझको भूले हुए याद आने लगे
जब भी राते अंधेरी हुई राह में
जब भी राते अंधेरी हुई राह में
रोशनी बनके वो जाग मगाने लगे
मुझको भूले हुए याद आने लगे
मुझको भूले हुए याद आने लगे
नींद आँखों से मौसम चुराने लगे
मुझको भूले हुए याद आने लगे
याद आने लगे, याद आने लगे
Written by: Lyrics Licensed & Provided by LyricFind
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