Khushboo Ki Tarah Aaya

चंदन दास

खुश्बू की तरह आया वो तेज हवाओ में खुश्बू की तरह आया वो तेज हवाओ में माँगा था जिसे हमने दिन रात दुवाओ में खुश्बू की तरह आया वो तेज हवाओ में तुम छत पे नही आए मैं घर से नही निकाला तुम छत पे नही आए मैं घर से नही निकाला ये चाँद बहुत भटका सावन की घटा ओ में ये चाँद बहुत भटका सावन की घटा ओ में माँगा था जिसे हमने दिन रात दुवाओ में खुश्बू की तरह आया वो तेज हवाओ में इस शहर में एक लड़की बिल्कुल हैं गज़ल जैसी इस शहर में एक लड़की बिल्कुल हैं गज़ल जैसी फूलो का बदन वाली खुश्बू सी अदाओ में फूलो का बदन वाली खुश्बू सी अदाओ में माँगा था जिसे हमने दिन रात दुवाओ में खुश्बू की तरह आया वो तेज हवाओ में दुनिया की तरह वो भी हँसते हैं मोहब्बत पर दुनिया की तरह वो भी हँसते हैं मोहब्बत पर डूबे हुए रहते थे जो लोग वफाओ में डूबे हुए रहते थे जो लोग वफाओ में माँगा था जिसे हमने दिन रात दुवाओ में खुश्बू की तरह आया वो तेज हवाओ में हसते हुए आए हो रोते हुए जाओगे हसते हुए आए हो रोते हुए जाओगे काटे भी चुभाएँगे ये फूल अदाओ में काटे भी चुभाएँगे ये फूल अदाओ में माँगा था जिसे हमने दिन रात दुवाओ में खुश्बू की तरह आया वो तेज हवाओ में माँगा था जिसे हमने दिन रात दुवाओ में खुश्बू की तरह आया वो तेज हवाओ में आ आ आ आ आ आ आ

Written by: Lyrics © Universal Music Publishing GroupLyrics Licensed & Provided by LyricFind

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