Main Faraar Sa
अनुपम रॉय, हंसिका इय्यर
मैं फरार सा
तेरे साथ में
लकीरों से छूपती रहे तू
मेरे हाथ में
चला है जिया
नयी चाह में
यह सूरज उज्जाले बिछा दे तू
मेरी राह में
धागे बिना सिलूँगा में
पीछे खड़ा मिलूँगा में
सर्दी लगे तुझे तो में
मेरी तपिश तुझे ओढा दूँगा
मैं फरार सा
तेरे साथ में
लकीरों से छूपती रहे तू हा
मेरे हाथ में
जो मेरी रूह में है
वो तेरा प्यार है
पानी की पालकी में
सूरज सवार है
किरणे लुटाना यूँ ही रे
तेरे दुखों का यूँ
धड़कन पर कर्ज़ हे(धड़कन पर कर्ज़ हे)
तेरे लिए चले
सासों का फ़र्ज़ है(सासों का फ़र्ज़ है)
में फरार सी
तेरे साथ में
लकीरों सा छूपता रहे तू
मेरे हाथ में
चला है जिया
नयी चाह में
यह सूरज उज्जाले बिछा दे तू
मेरी राह में
ऊहह
जिस्मो की आँच में भी
खुश्बू सा लाग है
भीगे है बाल मेरे
बूँदो में आग है
सदिया बिता दे यूँ ही रे
तू है तो हर कमी
काफूर्र हो गई(काफूर्र हो गई)
मुट्ठी में धूल थी
सिंदूर हो गई(सिंदूर हो गई)
में फरार सी
तेरे साथ में
लकीरों सा छूपता रहे तू
मेरे हाथ में
चला है जिया
नयी चाह में
यह सूरज उज्जाले बिछा दे तू
मेरी राह में
धागे बिना सिलूँगा में(धागे बिना सिलूँगा में)
पीछे खड़ा मिलूँगा में(पीछे खड़ा मिलूँगा में)
सर्दी लगे तुझे तो में(सर्दी लगे तुझे तो में)
मेरी तपिश तुझे ओढा दूँगा(मेरी तपिश तुझे ओढा दूँगा)
मैं फरार सा
तेरे साथ में
लकीरों से छूपती रहे तू हा
मेरे हाथ में
लकीरों सा छूपता रहे तू
ऊहह ऊहह
ह्म्म्म ह्म्म्म ह्म्म्म
ऊहह ऊहह
ह्म्म्म ह्म्म्म ह्म्म्म ह्म्म्म ह्म्म्म
Written by: ANUPAM ROY, TANVEER GHAZILyrics © Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind
Create your own version of your favorite music.
Sing now